कानपुर ऑनलाइन डेस्क। पिछले कुछ वर्षों में हार्ट अटैक के मामलों में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। खासकर बच्चे और युवाओं का दिल गच्चा दे रहा है, जो खासा चिंताजनक है। ऐसे कई वीडियो सामने आए हैं, जिनमें सैर, जिम में कसरत जैसी रोजमर्रा की गतिविधियां करते और शादी में नाचते समय लोग हार्ट अटैक के शिकार हो गए। कानपुर कार्डियालॉजी में युवा दिल के रोगी बढ़े हैं और हरदिन करीब दो से तीन मरीज ओपीडी पहुंच रहे हैं। दिल के एकाएक दगा देने को लेकर कानपुर डायबिटीज एसोसिएशन के बैनर तले केडीएकॉन 2024 का आयोजन हुआ। जिसमें गांधी मेडिकल कॉलेज के पूर्व हृदय रोग विभागाध्यक्ष डॉक्टर पीसी मनोरिया ने एक अखबार को दिए इंटरव्यू के दौरान कुछ दिलचस्च बातें शेयर की।
तैयार किया 80 का स्पेशल फार्मूला
अखबार को दिए इंटरव्यू के दौरान डॉक्टर पीसी मनोरिया बताया कि यदि कोई व्यक्ति अपनी पत्नी को साल में कम से कम 80 बार प्यार करता है तो यह उसके हृदय की सेहत की सबसे बेस्ट मेडिसिन साबित होगा। इसके साथ ही हृदय रोग से भी उसका बचाव होगा। डॉक्टर पीसी मनोरिया और उनकी टीम ने 80 नाम का स्पेशल फार्मूला तैयार किया है। इससे हृदय रोग होने या न होने के संकेत मिलते हैं और पता चल जाता है कि हार्मोन सामान्य हैं और धमनियों में ब्लॉकेज नहीं हैं। डॉक्टर पीसी मनोरिया ने बताया कि, 80 के इस फार्मूले से पारिवारिक कलह में भी कमी आती है। तनाव भी कम होता है। शोधों से पता चला है कि तनाव हृदय रोग का एक बड़ा कारण है।
कमर की साइज का रखें ख्याल
डॉक्टर पीसी मनोरिया के मुताबिक, हमारे इस फार्मूले का एक खास बिंदु है, जिसे कमर कहा जाता है। डॉक्टर ने कहा कि व्यक्ति की कमर का साइज 80 सेमी से अधिक नहीं होना चाहिए। व्यक्ति को अपनी कमर के साइज को कंट्रोल में रखन चाहिए। अगर कमर के साइज में बढ़ोतरी हुई तो पेट और कमर के चारों तरफ जमा वसा से ऐसे हार्मोन निकलते हैं जो शरीर की धमनियों, नसों और विभिन्न अंगों में सूजन पैदा करते हैं। इससे थक्का जमने का खतरा बढ़ जाता है। इनमें से एक हार्मोन साइटोकाइंस हैं। इसके अलावा आईएल-6, टीएनएफ अल्फा आदि हार्मोन निकलते हैं। उन्होंने कहा कि 80 के फार्मूले पर अमल करने से माना गया है कि व्यक्ति की उम्र कम से कम 80 होगी।
कोविड के चलते नहीं पड़ रहा हार्ट अटैक
डॉक्टर मनोरिया ने बताया कि कुछ सोशल मीडिया पर ऐसी भ्रामक खबरें चल रही हैं कि कोरना के चलते हार्ट अटैक के मामलों में वृद्धि हुइ है, जो सरासर निराधार है। अब कोरोना के असर से हार्ट अटैक नहीं पड़ रहा है। इस वक्त हार्ट अटैक के जो मामले आ रहे हैं, उनका मुख्य कारण बिगड़ी लाइफ स्टाइल, धूम्रपान की लत और खानपान है। इससे 25 से 30 साल की उम्र के लोगों में ब्लड प्रेशर बढ़ रहा है। साथ ही यह भी जान लेना चाहिए कि सिर्फ डायबिटीज नियंत्रित कर लेने से हार्ट अटैक से बचाव नहीं होगा। इसके लिए बीपी, कोलेस्ट्राल आदि की नियमित जांच कराते रहें। साथ ही खुश रहे। टेंशन को पास न आने दें। पत्नी के साथ समय बिताएं। बच्चों के साथ बच्चे बनकर खेलें।
3 दिन में 80 मिली शराब का करें सेवन
डॉक्टर पीसी मनोरिया ने बताया कि, डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर 80 और खराब कोलेस्ट्राल 80 मिग्रा होना चाहिए। दिल की सेहत के लिए तीन दिन में कम से कम 80 मिनट चलना चाहिए। अगर कोई शराब का लती है तो उसे तीन दिन में 80 मिली से अधिक शराब नहीं पीना चाहिए। अगर कोई सिगरेट पी रहा है तो उससे 80 मीटर दूर रहना चाहिए, नहीं तो व्यक्ति पैसिव स्मोकिंग करने लगेगा और नुकसान होगा। गुटखा का सेवन नहीं करना चाहिए। बाहर का खान-पान कम करना चाहिए। फल अधिक से अधिक मात्रा में ले। पानी पिएं और कम से कम आठ घंटे की नींद जरूर पूरी करें। सुबह विस्तर छोड़ दें और पैदल चलें। हार्ट अटैक की आशंका होने पर डॉक्टर के पास जाएं। समय पर इलाज होने पर मर्ज पूरी तरह से ठीक जा जाएगा।