नई दिल्ली: बीजेपी के 42वें स्थापना दिवस पर पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि बीजेपी का हर कार्यकर्ता देश के सपनों का प्रतिनिधि है। बीजेपी एक भारत, श्रेष्ठ भारत के मंत्र पर चल रही है। राज्यसभा में बीजेपी के सदस्यों की संख्या 100 पार कर चुकी है। हमें देश के लिए खुद को खपा देना है।
पीएम मोदी ने कहा कि एक वक्त ऐसा था, जब लोग सोचते थे कि सरकार किसी की भी हो कुछ बदलाव नहीं होगा। निराशा का भाव था। बीजेपी के स्थापना दिवस पर पीएम मोदी ने कहा, मैं देश और दुनिया भर में फैले बीजेपी के हर सदस्य को बहुत बहुत शुभकामनाएं देता हूं। कश्मीर से कन्याकुमारी, कच्छ से कोहिमा तक बीजेपी एक भारत, श्रेष्ठ भारत के संकल्प को निरंतर सशक्त कर रही है। 3 दशकों के बाद राज्यसभा में किसी पार्टी के सदस्यों की संख्या 100 तक पहुंची है। वैश्विक नजरिए से देखें या राष्ट्रीय दृष्टिकोण से बीजेपी का दायित्व, बीजेपी के हर कार्यकर्ता का दायित्व लगातार बढ़ रहा है।
कार्यकर्ताओं से पीएम मोदी ने कहा, आज दुनिया के सामने एक ऐसा भारत है जो बिना किसी डर या दबाव के, अपने हितों के लिए अडिग रहता है। जब पूरी दुनिया दो विरोधी ध्रुवों में बंटी हो, तब भारत को ऐसे देश के रूप में देखा जा रहा है, जो दृढ़ता के साथ मानवता की बात कर सकता है। हमारी सरकार राष्ट्रीय हितों को सर्वोपरि रखते हुए काम कर रही है। आज देश के पास नीतियां भी हैं, नीयत भी है। आज देश के पास निर्णयशक्ति भी है, और निश्चयशक्ति भी है। इसलिए, आज हम लक्ष्य तय कर रहे हैं, उन्हें पूरा भी कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा, इस अमृत काल में भारत की सोच आत्मनिर्भरता की है, लोकल को ग्लोबल बनाने की है। सामाजिक न्याय और समरसता की है। इन्हीं संकल्पों को लेकर एक विचारबीज के रूप में हमारी पार्टी की स्थापना हुई थी। इसलिए ये अमृत काल बीजेपी के हर कार्यकर्ता के लिए कर्तव्य काल है।
पीएम मोदी ने कहा, कुछ समय पहले ही देश ने 400 बिलियन डॉलर यानी तीस लाख करोड़ रुपए के उत्पादों के एक्सपोर्ट का टारगेट पूरा किया है। कोरोना के इस समय में इतना बड़ा लक्ष्य हासिल करना, भारत के सामर्थ्य को दिखाता है। गरीबों को पक्के घर से लेकर शौचालय के निर्माण तक, आयुष्मान योजना से लेकर उज्ज्वला तक, हर घर जल से लेकर हर गरीब को बैंक खाते तक ऐसे कितने ही काम हुए हैं, जिनकी चर्चा में कई घंटे निकल सकते हैं। स्थापना दिवस पर पीएम ने कहा, बीते वर्षों में देश ने ये देखा कि अपने नागरिकों का जीवन आसान बनाना भाजपा सरकारों की, डबल इंजन सरकार की प्राथमिकता रही है।
आज पूरी दुनिया देख रही है कि इतने मुश्किल समय में भारत 80 करोड़ गरीबों, वंचितों को मुफ्त राशन दे रहा है। 100 साल के इस सबसे बड़े संकट में गरीब को भूखा न सोना पड़े, इसके लिए केंद्र सरकार करीब 3.5 लाख करोड़ रुपये खर्च कर रही है।