RSS प्रमुख मोहन भागवत ने मेरठ के हस्तिनापुर, जंबूद्वीप में चल रहे कृषि संगम में किसानों को जैविक खेती का महत्व बताया। संघ प्रमुख ने शनिवार को जंबूद्वीप पहुंचकर देशभर से आए लगभग 700 किसानों से संवाद किया। उन्हें जैविक उत्पादों और जैविक खेती के बारे में जानकारी दी। वहीं रविवार को सर संघचालक मोती धनष मंडप हस्तिनापुर में करीब 5 हजार किसानों को गौ आधारित खेती के बारे में बताएंगे। इससे पहले वे जंबूद्वीप में किसानों से मुलाकात करेंगे और अंतरिम सेशन लेंगे।
मिट्टी के साथ जहरीला हुआ भोजन
हस्तिनापुर में RSS के ही अंग भारतीय किसान संघ द्वारा तीन दिवसीय राष्ट्रीय कृषि संगम का आयोजन किया जा रहा है। आयोजन के दूसरे दिन शनिवार को सर संघचालक डॉ. मोहनराव भागवत ने मेरठ पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने अन्नदाता से कहा कि जैविक खेती हमारे भारत की परंपरा और धरोहर है। पहले इस देश में कीटनाशकों का खेती में प्रयोग नहीं हुआ। लेकिन आज हमने कीटनाशक डालकर खेतों को तबाह कर दिया। मिट्टी के साथ-साथ हमारा भोजन भी जहरीला हो चुका है। वहीं इस अवसर पर उन्होंने उड़ीसा, तमिलनाडु, केरल, हरियाणा, पंजाब से आए किसानों के विचार सुने। इसके बाद अपने संबोधन में कहा कि गौ आधारित जैविक कृषि भारत का भविष्य है। आने वाले समय में जैविक कृषि और अधिक क्षेत्रफल में देखने को मिलेगी। लोग जागरुक हो रहे हैं। किसान गौ आधारित खेती की ओर अग्रसर हो रहे हैं।
गौ आधारित खेती से विषमुक्त भोजन, विषमुक्त पर्यावरण बनाएं
उन्होंने कहा कि गौ आधारित खेती से किसानों की आय बढ़ने के साथ-साथ उन्हें गंभीर बीमारियों से भी छुटकारा मिलेगा। वहीं भारत कृषि प्रधान देश है। यहां पर व्यापार उद्योग धंधे सब कृषि पर आधारित है। इस वजह से कृषि भारत की अर्थव्यवस्था है। जो किसान जैविक खेती करने की सोच रहे हैं।

वह धीरे-धीरे यह भी खेती करें। पहले वह अपनी कुल भूमि के आधे भाग में जैविक खेती करें। इसके बाद धीरे-धीरे जब उन्हें लाभ होने लगे तो वह अपनी सारी भूमि में ही जैविक खेती की पैदावार करें। इससे न सिर्फ किसानों की आय बढ़ेगी बल्कि देश के लोगों को विष मुक्त खाना, विषमुक्त पर्यावरण मिलेगा।
संबोधित करते हुए बोले किसान संघ के अध्यक्ष
इस कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता को पुष्प अर्पित कर और दीप प्रज्वलित के साथ किया गया। फिर भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बद्रीनाथ चौधरी, राष्ट्रीय महामंत्री मोहिनी मोहन मिश्रा और कार्यकारणी अध्यक्ष हुकमचंद पाटीदार ने पहले सत्र में किसानों को गौ आधारित कृषि व जैविक प्राकृतिक खेती के बारे में संबोधित किया। उससे होने वाले लाभों के बारे में किसानों को बताया।
कार्यक्रम में लगाई गई किसानों के उत्पादों की प्रदर्शनी
कार्यक्रम के दौरान करीब एक घंटे के उद्बोधन के बाद डॉ मोहन राव भागवत ने जंबूद्वीप परिसर में लगी राष्ट्रीय स्तर की जैविक खेती आधारित कृषि प्रदर्शनी को देखा। जहां उन्होंनें देशभर से आए किसानों से संवाद किया और हर राज्य से संबंधित स्टॉल पर जाकर किसानों के उत्पाद देखे। उनके खेती करने के तरीके को जाना।