लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में एकता पदयात्रा के दौरान बड़ा एलान किया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब यूपी के सभी स्कूलों में राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ का नियमित और जरूरी गायन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम सिर्फ एक गीत नहीं है, यह भारत की एकता और अखंडता को दिखाता है। इससे राष्ट्रीय एकता का संदेश मिलता है। अगर देश की अखंडता को चोट पहुंचाने के लिए कोई जिन्ना पैदा होता है तो उसे दफ़न कर देंगे।
गोरखपुर में ’एकता यात्रा’ कार्यक्रम को संबोधित करते सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह कदम नागरिकों में भारत माता और मातृभूमि के प्रति श्रद्धा और गौरव की भावना को प्रेरित करेगा। सीएम योगी ने कहा, ‘राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के प्रति सम्मान की भावना होनी चाहिए। हम उत्तर प्रदेश के प्रत्येक स्कूल और शिक्षण संस्थान में इसका गायन अनिवार्य करेंगे सीएम आदित्यनाथ ने कहा कि जाति, क्षेत्र, भाषा के नाम पर बांटने वाले तत्वों की पहचान करना हमारा कर्तव्य है। ये नए जिन्ना बनाने की साजिश का हिस्सा हैं। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि भारत में फिर कभी कोई नया जिन्ना न उभरे; विभाजनकारी इरादे को जड़ जमाने से पहले ही दफना देना होगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘यह वही लोग हैं जो सरदार पटेल की जयंती में शामिल नहीं होते, लेकिन जिन्ना को सम्मान देने वाले कार्यक्रमों में भाग लेते हैं। सीएम योगी ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आज से एकता कार्यक्रम प्रारंभ हो चुके हैं। 31 अक्टूबर राष्ट्रीय स्तर पर सरदार पटेल की जयंती का आयोजन हो सके। पीएम मोदी आए तो उन्होंने 31 अक्टूबर की तिथि को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि 403 विधानसभा क्षेत्रों में एकता यात्रा का शुभारंभ हो रहा है। वन्दे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में कार्यक्रम शुरू हो चुके हैं।
सीएम योगी ने कहा कि पूरा देश भारत माता के महान सपूत सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती को मना रहा है। आजादी के बाद हमारे सेनानियों को सम्मान दे सकें ये अटल बिहारी बाजपेयी के समय में हो पाया था। ये कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता के कारक बने. नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद 31 अक्टूबर की तिथि राष्ट्रीय एकता के रूप में मनाने का कार्य प्रारंभ हुआ। सीएम ने कहा कि गुजरात में सबसे बड़ा सरदार सरोवर डैम बनाया। आज वो देश और दुनिया के टूरिज्म के रूप में स्थापित कर दिया। गुजरात में सरदार सरोवर के तट पर दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा लगी है, जो पूरे देश को गौरव का अहसास करा रहा है। उन्होंने इसके लिए लोहा और मिट्टी दान करवाया था। यूनिटी आफ़ स्टेचू दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा केवड़िया में बनी है।
