लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। ’कुछ लोग आज भी रहेंगे यहां, खाएंगे यहां का, लेकिन वंदे मातरम का विरोध करेंगे। ‘इन चेहरों को पहचानो, जो शासकीय योजना में हड़पने की होड़ में पहली लाइन में खड़े होते हैं, लेकिन जब ’वंदे मातरम’ गान की बात होती है तो कहते हैं कि हम नहीं गाएंगे। अब ये दोहरा रवैया नहीं चलेगा। यूपी में अब वंदे मातरम को अनिवार्य कर दिया गया है। अब स्कूलों में आन-बान और शान के साथ राष्ट्र गीत गाया जाएगा। ये बातें सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अपने बराबंकी दौरे के दौरान एक जनसभा को संबोधित करने के वक्त कही।
सीएमयोगी आदित्यनाथ ने ‘भारत माता की जय’ और ’वंदे मातरम’ के नारों के साथ अपने भाषण की शुरुआत की। इस मौके पर सीएम योगी ने सरदार पटेल और डॉ. आंबेडकर के योगदान को भी याद किया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अंग्रेजों और मुगलों ने देश को बांटने का काम किया। सरकार पटेल विभाजन के खिलाफ थे। उन्होंने सरदार पटेल की प्रशंसा करते हुए कहा कि हैदराबाद का निजाम और जूनागढ़ का नवाब अपनी स्टेट को पाकिस्तान में मिलाना चाहते थे, लेकिन सरदार पटेल ने इनको समझाया तो ये लोग पाकिस्तान चले गए.।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सीतापुर की महमूदाबाद स्टेट को शत्रु संपत्ति बताते हुए कहा कि ये महमूदाबाद का नवाब (राजा) मुस्लिम लीग का कोषाध्यक्ष था। इसने पाकिस्तान बनवाने में बड़ा सहयोग दिया था। आज इसकी सारी संपत्ति शत्रु संपत्ति है। सीएम यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कांग्रेस ने कभी सरदार पटेल का सम्मान नहीं किया। देश के 14 राज्यों ने कहा था सरदार पटेल को देश का प्रधानमंत्री बना दो, लेकिन नहीं बनने दिया। ये परिवार की राजनीति करने वाले लोग हैं। जातीय राजनीति, परिवार की राजनीति, मजहब की राजनीति और विभाजनकारी नीतियों जैसी बातों को कतई स्वकृर नहीं होगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आपसी मनमुटाव हो सकता है। मगर राष्ट्रीय एकता की बात हो तो सब एक हों। मतभेद भूलें। मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर सुबह करीब 10ः30 बजे फतेहपुर स्थित अस्थायी हेलीपैड पर उतरा जहां जिले के वरिष्ठ अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने आगमन के तुरंत बाद हेलीपैड के समीप स्थित डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। इसके बाद वे कार्यक्रम स्थल की ओर रवाना हुए, जहां सरदार पटेल की जयंती पर आयोजित विशाल समारोह में मंच से संबोधित किया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 1734 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इनमें सड़क, शिक्षा, सिंचाई, स्वास्थ्य और औद्योगिक विकास से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाणपत्र और स्वीकृति पत्र भी वितरित किए गए। मंच पर पहुंचने के बाद भाजपा पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। मुख्यमंत्री को सुनने के लिए सुबह से ही भारी भीड़ जुटी हुई थी। कार्यक्रम स्थल की चार किलोमीटर की परिधि को पुलिस प्रशासन के सुरक्षा घेरे में ले लिया गया था।
