उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने रविवार को पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन किया। यह परीक्षा दो पालियों में आयोजित हो रही है। पहली पाली सुबह 9:30 बजे से 11:30 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 2:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक है। इस वर्ष परीक्षा पूरे उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में फैले 1,331 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जा रही है, जिसमें 5,76,154 उम्मीदवार हिस्सा ले रहे हैं।
डिजिटल तकनीक से परीक्षा की निगरानी सुनिश्चित
इस बार परीक्षा को सुरक्षित और पारदर्शी बनाने के लिए डिजिटल लॉकर का उपयोग कर प्रश्न पत्र परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाए गए। इसके साथ ही, अभ्यर्थियों की पहचान आंखों की स्कैनिंग के जरिए की गई। परीक्षा केंद्रों को CCTV कैमरों से लैस किया गया है, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक का उपयोग पहली बार निगरानी के लिए किया जा रहा है। AI तकनीक परीक्षा के दौरान आठ प्रकार के अलर्ट उपलब्ध कराएगी, जिससे किसी भी गड़बड़ी को तुरंत रोका जा सके।
सुरक्षा के सख्त इंतजाम और मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति
देवरिया जिले में 21 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहां 8,640 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। हर केंद्र पर सेक्टर मजिस्ट्रेट, स्टैटिक मजिस्ट्रेट और केंद्र व्यवस्थापक तैनात किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, 10 अतिरिक्त मजिस्ट्रेट भी नियुक्त किए गए हैं।
औरैया जिले में 9 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहां 4,032 परीक्षार्थी शामिल होंगे। जिला प्रशासन ने परीक्षा केंद्रों के आसपास के 200 मीटर के क्षेत्र में फोटोस्टेट और साइबर कैफे जैसी दुकानों को बंद रखने का निर्देश दिया है। सभी केंद्रों पर स्ट्रांग रूम की कड़ी निगरानी की जा रही है।
परीक्षा पूर्व तैयारियों का निरीक्षण
औरैया में परीक्षा से पहले अपर जिलाधिकारी ने केंद्रों की तैयारियों की समीक्षा की और आवश्यक निर्देश जारी किए। इसके अलावा, सचल दल और स्टेटिक मजिस्ट्रेट परीक्षा की निगरानी करेंगे, ताकि प्रक्रिया नकलविहीन और सुचारू रूप से पूरी हो सके, इस बार डिजिटल और AI तकनीक का उपयोग और सख्त सुरक्षा उपायों ने परीक्षा को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।