Ukraine Russia War: यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने का काम जारी है. विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी है कि भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए अगले 3 दिन में 26 फ्लाइट शेड्यूल हैं. विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि बुखारेस्ट और बुडापेस्ट के अलावा, पोलैंड और स्लोवाक गणराज्य के हवाई अड्डों का भी उपयोग निकासी उड़ानों के संचालन के लिए किया जाएगा।
हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि वायुसेना का एक सी-17 विमान भारतीयों को वापस लाने के लिए बुधवार तड़के चार बजे रोमानिया के लिए उड़ान भर सकता है. वहीं IAF अधिकारी ने जानकारी दी कि भारतीय वायु सेना का सी-17 परिवहन विमान दिल्ली के पास हिंडन में अपने घरेलू बेस से कल सुबह 4 बजे रोमानिया के लिए रवाना होगा।
विदेश सचिव ने कहा, “हमने जब अपनी पहली एडवाइजरी जारी की थी उस समय यूक्रेन में लगभग 20,000 भारतीय छात्र थे, तब से लगभग 12,000 छात्र यूक्रेन छोड़ चुके हैं. बाकी बचे 40% छात्रों में से लगभग आधे संघर्ष क्षेत्र में हैं और आधे यूक्रेन के पश्चिमी बॉर्डर पर पहुंच गए हैं या उसकी तरफ बढ़ रहे हैं।
‘कीव में हमारे और नागरिक नहीं हैं’
हर्षवर्धन श्रृंगला ने, “हमारे सब नागरिकों ने कीव छोड़ दिया है, हमारे पास जो जानकारी है उसके मुताबिक कीव में हमारे और नागरिक नहीं हैं, वहां से हमें किसी ने संपर्क नहीं किया है।
नवीन शेखरप्पा की मौत पर पीएम मोदी ने जताया दुख’
श्रृंगला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक भारतीय नागरिक (खारकीव में आज सुबह गोलाबारी में मारे गए एक भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा) की मौत पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि हम जल्दी से जल्दी अपने नागरिकों को संघर्ष क्षेत्र से बाहर निकालेंगे और नवीन शेखरप्पा की बॉडी वापस लाएंगे, हम इसे लेकर लोकल अथॉरिटी के संपर्क में हैं।
विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने यह जानकारी भी दी कि भारत की ओर से आज यूक्रेन को मानवीय साहयता भेजी गई. सूत्रों ने बताया कि टेंट, कंबल, सर्जिकल दस्तानें, सुरक्षात्मक आई गियर, पानी के भंडारण टैंक, स्लीपिंग मैट, तिरपाल और दवाओं सहित दो टन मानवीय सहायता आज यूक्रेन भेजी गई।
विदेश सचिव ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी को फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों का फोन आया था. उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने पोलैंड के राष्ट्रपति से बात की है।