M.F. Husain Gram Yatra painting auction : भारतीय कला जगत के मशहूर M.F. Husain’s ‘Gram Yatra’ Painting,चित्रकार मकबूल फिदा हुसैन की मशहूर पेंटिंग ‘ग्राम यात्रा’ ने नीलामी में इतिहास रच दिया है। यह पेंटिंग 19 मार्च 2025 को न्यूयॉर्क में क्रिस्टीज़ की नीलामी में 13.8 मिलियन डॉलर (लगभग 119 करोड़ रुपये) में बिकी। यह भारतीय आधुनिक कला के लिए अब तक की सबसे ऊंची बोली है, जिसने हुसैन की कलात्मक विरासत को और मजबूत कर दिया है।
‘ग्राम यात्रा’ की खासियत
‘ग्राम यात्रा’ हुसैन की 1954 में बनाई गई एक विशाल पेंटिंग है, जिसकी लंबाई 14 फीट है। इसमें भारतीय गांवों की झलक को 13 अलग-अलग दृश्यों में खूबसूरती से उकेरा गया है। यह चित्रण भारत की समृद्ध संस्कृति और ग्रामीण जीवन की सादगी को दर्शाता है। लगभग 70 वर्षों तक यह पेंटिंग आम लोगों की नजरों से दूर थी, लेकिन हाल ही में इसे दोबारा खोजा गया और नीलामी के लिए प्रस्तुत किया गया।
कैसे पहुंची नीलामी तक?
1954 में इस पेंटिंग को नॉर्वे के सर्जन और कला प्रेमी लियोन एलियास वोलोडार्स्की ने खरीदा था। उस समय वे दिल्ली में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के साथ जुड़े थे। 1964 में उनके निधन के बाद, यह पेंटिंग ओस्लो यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल को दान कर दी गई। वहां यह सालों तक एक निजी गलियारे में सजी रही। लगभग सात दशकों बाद इसे नीलामी के लिए पेश किया गया, जहां इसने रिकॉर्ड तोड़ बिक्री दर्ज की।
नीलामी में अप्रत्याशित बोली
क्रिस्टीज़ नीलामी घर ने इस पेंटिंग की शुरुआती अनुमानित कीमत 3.5 मिलियन डॉलर रखी थी, लेकिन यह लगभग चार गुना अधिक कीमत पर बिकी। यह बिक्री भारतीय आधुनिक कला की लोकप्रियता को दर्शाती है और यह साबित करती है कि एम.एफ. हुसैन की कलाकृतियां आज भी लोगों को उतनी ही प्रभावित करती हैं, जितना उनके जीवनकाल में करती थीं।
हुसैन की कला और योगदान
एम.एफ. हुसैन को अक्सर ‘भारतीय पिकासो’ कहा जाता है। उनकी कला भारतीय संस्कृति, परंपराओं और समाज की गहरी समझ को दर्शाती है। ‘ग्राम यात्रा’ भी उनके बेहतरीन कामों में से एक है, जो ग्रामीण भारत की कहानी को चित्रों के जरिए बयां करती है। उनकी पेंटिंग्स न केवल भारत में बल्कि दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं और अब उनकी कृतियों की कीमतें नई ऊंचाइयों को छू रही हैं।
‘ग्राम यात्रा’ की यह ऐतिहासिक नीलामी भारतीय कला जगत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इसने भारतीय आधुनिक कला को वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिलाई है। एम.एफ. हुसैन की यह पेंटिंग न केवल उनकी प्रतिभा का प्रमाण है, बल्कि भारतीय कला के बढ़ते प्रभाव को भी दर्शाती है।