Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद प्रोफेसर गौरव वल्लभ अब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए हैं। चुनाव (Lok Sabha Election 2024) से पहले उनका राजस्थान से जाना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि उन्होंने कांग्रेस पर दिशाहीन होने का आरोप लगाया था। वल्लभ कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी थे। वल्लभ के साथ बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं।
एक उल्लेखनीय घटनाक्रम में, कांग्रेस को केवल दो दिनों के भीतर तीन राज्यों में तीन बड़े झटके लगे हैं। एक तरफ जहां राजस्थान से वल्लभ और बिहार से दिग्गज शर्मा बीजेपी में शामिल हो गए, वहीं आंतरिक कलह के बीच महाराष्ट्र के नेता संजय निरुपम ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। वह अब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना में शामिल हो गए हैं।
गौरव वल्लभ ने कांग्रेस पर लगाए आरोप
वल्लभ ने लिखा, “जिस तरह से पार्टी आज दिशाहीनता की भावना के साथ आगे बढ़ रही है, मैं खुद को इसमें सहज नहीं पाता। मैं न तो हिंदू विरोधी नारों का समर्थन कर सकता हूं और न ही दिन-ब-दिन देश के धन सृजनकर्ताओं का अपमान कर सकता हूं। इसलिए, मैं मैं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।”
कांग्रेस में 5 पावर सेंटर हैं- संजय निरुपम
निरुपम महाविकास अघाड़ी द्वारा मुंबई उत्तर पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र के लिए अमोल कीर्तिकर को उम्मीदवार बनाए जाने से नाखुश थे। वह लगातार उन्हें ‘खिचड़ी चोर’ कह रहे थे। उन्हें उम्मीद थी कि कांग्रेस इस पर ध्यान देगी। उन्होंने कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि इसमें दिशा का अभाव है और इस बात पर जोर दिया कि पार्टी के भीतर कोई संगठनात्मक ताकत नहीं है।
निरुपम ने कहा कि कांग्रेस के भीतर पांच शक्ति केंद्र हैं। उन्होंने कहा, “सभी पांचों-सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और के.सी. वेणुगोपाल- की अपनी-अपनी लॉबी हैं और वे आपस में टकराते हैं।”