उत्तर प्रदेश सरकार ने आयोजन को स्वच्छता, सुरक्षा और आधुनिकता का बेहतरीन उदाहरण बनाने की योजना तैयार की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में तैयारियां उच्चतम स्तर पर हैं। 10,000 एकड़ में फैले इस महाकुंभ (Maha Kumbh 2025) में 35 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। संगम तट पर लाखों भक्तों ने रविवार से ही जुटना शुरू कर दिया था, जो इस महाआयोजन की भव्यता को दर्शाता है।
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📌 पहले दिन डेढ़ करोड़ लोगों ने लगाई डुबकी
सीएम योगी ने एक्स पर जानकारी साझा करते हुए लिखा कि मानवता के मंगल पर्व ‘महाकुंभ 2025’ में ‘पौष पूर्णिमा’ के शुभ अवसर पर संगम स्नान करने वाले सभी संतगणों, कल्पवासियों और श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन। पहले स्नान पर्व पर आज 1.50 करोड़ सनातन आस्थावानों ने अविरल और निर्मल त्रिवेणी में स्नान कर पुण्य लाभ प्राप्त किया।
📌 कारोबार और परोपकार का अनोखा संगम
महाकुंभ में भारत सहित पूरी दुनिया से लोग संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं। इस महाकुंभ में एकता और विविधता के साथ-साथ कारोबार और परोपकार का अनोखा संगम भी देखने को मिल रहा है। पौष पूर्णिमा के पावन अवसर पर पहले स्नान पर्व के दौरान, जहां एक ओर अखाड़ों और विभिन्न संस्थाओं ने लोगों को निशुल्क चाय, नाश्ता और भोजन प्रदान किया वहीं व्यापार भी समृद्ध हो रहा है।
📌 अब तक एक करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
एडीजी प्रयागराज जोन भानु भास्कर ने बताया कि अब तक एक करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। उन्होंने बताया कि संगम तट पर पवित्र स्नान के लिए सुबह से ही भक्तों की विशाल भीड़ उमड़ रही है।
📌 संगम तट पर आध्यात्मिक आभा
प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का शुभारंभ पौष पूर्णिमा पर पहले शाही स्नान के साथ हो चुका है। गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पावन संगम तट पर श्रद्धालुओं का विशाल जमावड़ा देखा जा रहा है। बीते दो दिनों में 25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र डुबकी लगाई।
📌 सीएम योगी का संदेश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “महाकुंभ हमारी प्राचीन सांस्कृतिक परंपराओं का विश्वस्तरीय परिचय है। यह आयोजन न केवल आध्यात्मिकता बल्कि आधुनिकता का प्रतीक भी बनेगा।” इस बार महाकुंभ को ‘डिजिटल कुंभ’ का दर्जा दिया गया है। एआई-संचालित सुरक्षा और डिजिटल पर्यटक मानचित्र जैसी सुविधाएं श्रद्धालुओं को सहज अनुभव देंगी।
📌 सुरक्षा और व्यवस्था पर खास जोर
महाकुंभ क्षेत्र में 45,000 पुलिसकर्मी तैनात हैं। 55 थानों और 30 पंटून पुलों के जरिए व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद किया गया है। डीआईजी वैभव कृष्ण ने व्यवस्थाओं की खुद निगरानी की। सोशल मीडिया पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
📌 आस्था और आधुनिकता का अद्भुत संगम
महाकुंभ 2025 का आयोजन 10,000 एकड़ में फैला हुआ है। थीम आधारित प्रवेश द्वार श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहे हैं। शिवलिंग, मुकुट और हवाई जहाज के मॉडल जैसे अनूठे डिजाइन इस बार की खासियत हैं। श्रद्धालु अपनी यात्रा को कैमरों में कैद करते हुए इसे आधुनिक और प्राचीन का संगम बता रहे हैं।
📌 हर दिन नई उम्मीदें
महाकुंभ के इस पर्व में 35 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। संतों के अनुसार, खगोलीय परिवर्तन इस आयोजन को और अधिक शुभ बना रहे हैं। श्रद्धालु इसे अपनी जड़ों से जुड़ने का अद्वितीय अवसर मान रहे हैं।
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- सुबह 7:30 बजे: संगम तट पर भव्य आरती संपन्न।
- दोपहर 12:00 बजे: अखाड़ों का शाही स्नान शुरू।
- शाम 6:00 बजे: मेला क्षेत्र में दीपोत्सव।