आखिर आजम खान ने ऐसा क्या बयान दिया, जो सोशल मीडिया में उड़ा रहा गर्दा, गरमाया विवाद तो नरेश उत्तम ने संभाला मोर्चा

आजम खान ने अखिलेश यादव और बीएसपी को लेकर दिया बड़ा बयान, पूर्व मंत्री ने दो टूक शब्दों में किया ऐलान, हम बिकाऊ नहीं हैं।

लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। एक वक्त था, जब आजम खान रामपुर की गलियों में कहा करते थे, जनाब हमारा नाम ही काफी है। हम जहां खड़े हो जाते हैं लाइन वहीं से शुरू होती है। आजम खान की कहानी हकीकत में ऐसी ही थी। करीब चार दशक तक आजम की तूती यूपी में बोलती रही। लेकिन 2017 में बीजेपी की सरकार बनते ही आजम खान के बुरे दिनों की शुरूआत हो गई। उन पर 100 से अधिक मुकदमे दर्ज हो गए। करीब 50 माह तक वह जेल में रहे। 23 सितंबर को आजम खान सलाखों से बाहर आए और तब से ऐसी चर्चा है कि वह बीएसपी का दामन थाम सकते हैं।

बीएसपी में जानें को लेकर आजम खान ने पहली बार बोला। उन्होंने मीडिया के हर प्रश्न का खुलकर जवाब दिया। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां ने बसपा समेत दूसरे दलों में जाने की अटकलों को सिरे से खारिज करते हुए कहा, हम चरित्रवान लोग हैं। बिकाऊ नहीं हैं। यह हम पहले भी साबित कर चुके हैं। उन्होंने मुरादाबाद के पूर्व सांसद एसटी हसन के बयान पर कहा कि टिकट तो हम अपनों को नहीं दिलवा पाए तो उनको क्या दिलाते। एसटी हसन हमारे बड़े भाई हैं। सपा नेता ने कहा कि साल 2017 के बाद से लेकर अब तक यह बात भी सामने आ गई जो लोग अब तक मुझे नहीं जानते थे, वह भी जानने लगे।

आजम खान ने कहा कि उन्हें तो अभी यह भी सोचने का मौका नहीं मिला है हम क्या करें। उन्होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव के बयान पर कहा, अखिलेश बड़ी पार्टी के बड़े नेता हैं। मेरे जैसे छोटे आदमी के लिए कुछ कहा है तो उनका बड़प्पन है। उन्होंने दूसरी पार्टी में जाने के सवाल पर कहा कि आग न लगाओ। उन्होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव से बातचीत पर कहा कि अभी उनसे बात नहीं हुई है। सपा नेता आजम खां ने पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव से बातचीत पर कहा कि यकीन मानिए जेल में मोबाइल चलाने की इजाजत नहीं होती है। पिछले पांच साल के दौरान वह अपनी पत्नी तक का नंबर भूल गए। पांच साल से जो शख्स मोबाइल से दूर रहा वह भला नंबर कैसे याद रखता। मोबाइल चलाना तक भूल गए। पांच साल तक एक छोटी सी कोठरी में रहे। सियासी रूप ही मर गया।

सपा नेता आजम खां ने अपने ऊपर किए गए मुकदमों के सवाल पर कहा कि यदि मुकदमों में कोई दम होता तो वह आज बाहर नहीं होते। उन्होंने कहा कि छोटी अदालत से लेकर हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट तक इंसाफ जरूर मिलेगा। मुझे उम्मीद है कि मैं बेदाग साबित हो जाऊंगा। आजम खां ने जेल से छूटने के बाद यहां बड़े नेताओं के न आने के सवाल पर कहा कि वह सब खैरियत से रहें। यही दुआ है। वहीं सपा नेता की रिहाई के बाद पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। इसके अलावा खुफिया एजेंसियां भी पूरी तरह अलर्ट मोड पर हैं। सभी की निगाह सपा नेता की गतिविधियों पर टिकी हैं।

समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और फतेहपुर के सांसद नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि आजम खान देश के जाने-माने नेता और सपा के संस्थापक सदस्य हैं। उन पर रंजिश में बेवजह मुकदमे थोपे गए हैं। वह बसपा में नहीं जा रहे हैं। बसपा में उनके जाने की कहानी मनगढ़ंत है। डबल इंजन की सरकार ने जनता को डबल दुख दिए हैं। इसलिए 2027 में एक इंजन का फेल होना तय है। बृहस्पतिवार को बरेली पहुंचे सपा सांसद ने कहा कि हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान जेल से बाहर आ गए हैं। इससे सपा का एक-एक कार्यकर्ता और पदाधिकारी बहुत खुश हैं।

सपा सांसद नरेश उत्तम ने कहा कि हमें न्यायपालिका से ही उम्मीद थी और वहीं से राहत भी मिली है। उन्होंने कहा कि भाजपा के राज में किसान, नौजवान और व्यापारियों से लगायत सभी वर्ग के लोग परेशान हैं। उन्होंने कहा कि पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक समाज के लोगों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। पीडीए के लोगों को सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ही उनका हक दिलाएंगे। पीडीए ही भाजपा को सत्ता से हटाएगा। सपा सांसद ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि बूथ स्तर पर अभी से जुट जाएं। कार्यकर्ताओं की बदौलत ही 2027 के चुनाव में हमारे अध्यक्ष अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री दोबारा बनेंगे।

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