Operation Sindoor : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान में खलबली मच गई है। भारत द्वारा आतंकियों के ठिकानों पर किए गए लक्षित हमलों से घबराकर पाकिस्तान अब ड्रोन और मिसाइल के माध्यम से जवाब देने की नापाक कोशिशें कर रहा है। वह लगातार माहौल को बिगाड़ने की फिराक में है। इसी संवेदनशील स्थिति के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी सरकारी विभागों को निर्देशित किया है कि देश में आवश्यक वस्तुओं की कीमतों पर सख्त निगरानी रखी जाए। साथ ही, किसी भी तरह की अफवाह या फेक न्यूज़ पर तुरंत कड़ी कार्रवाई की जाए और उसे फैलने से रोका जाए।
कैबिनेट बैठक में पीएम मोदी ने कही ये बात
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मंगलवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने दो टूक कहा कि “यह तो अभी शुरुआत है।” बैठक में देश की सुरक्षा स्थिति और आगे की रणनीति पर वरिष्ठ अधिकारियों और मंत्रियों से चर्चा की गई।
गौरतलब है कि 7 अप्रैल को भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर उन्हें पूरी तरह तबाह कर दिया था। इसके तुरंत बाद कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई गई, जिसमें सभी मंत्रालयों ने संघर्ष की स्थिति में अपनी जिम्मेदारियों को पहचानते हुए रणनीति तैयार की।
सुरक्षा को लेकर सरकार पूरी तरह सतर्क
बैठक में तय हुआ कि जैसे ही कोई संकट या संघर्ष की स्थिति बनती है, संबंधित मंत्रालयों को तुरंत सक्रिय होना होगा। उदाहरणस्वरूप, बुनियादी ढांचा मंत्रालय (इन्फ्रास्ट्रक्चर मिनिस्ट्री) यह सुनिश्चित करेगा कि पुलों, बिजली तंत्र और सड़कों की स्थिति ठीक बनी रहे ताकि आपूर्ति श्रृंखला बाधित न हो।
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देश के महत्वपूर्ण बंदरगाहों, खासकर पश्चिमी समुद्री सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है। खाद्यान्नों जैसे दाल, तेल और अन्य जरूरी वस्तुओं का भंडारण और मूल्य नियंत्रण भी सरकार की प्राथमिकताओं में है। सरकार को विश्वास है कि किसी भी आकस्मिक परिस्थिति में हालात को संभाला जा सकेगा।
1971 के बाद भारतीय सेना की सबसे बड़ी साझा कार्रवाई
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी, जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे। इस जघन्य हमले के बाद भारतीय सेना के तीनों अंगों – थल सेना, वायुसेना और नौसेना – ने संयुक्त रूप से एक बड़ा ऑपरेशन चलाया। इस ऐतिहासिक कदम में पाकिस्तान और पीओके में स्थित नौ आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया गया। यह 1971 युद्ध के बाद पहली बार हुआ जब सेना ने तीनों मोर्चों से एक साथ कार्रवाई की।