नई दिल्ली: केंद्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज 2022-23 का केंद्रीय बजट पेश किया। उन्होंने आम बजट में रक्षा के क्षेत्र में रिसर्च के लिए 25 फीसदी का इजाफा किया है। पिछले साल के रक्षा बजट के आवंटन को बढ़ाकर 4,78,195.62 करोड़ रुपये का प्रस्ताव किया गया था।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2021-22 के बजट में रक्षा क्षेत्र के आधुनिकीकरण को बढ़ावा देने के लिए पूंजीगत व्यय में 18.75 प्रतिशत की वृद्धि की गई थी। रक्षा क्षेत्र के आधुनिकीकरण की दिशा में यह एक ऐतिहासिक कदम है। वित्त वर्ष 2021-22 के लिए रक्षा क्षेत्र के बजट आवंटन को बढ़ाकर 4,78,195.62 करोड़ रुपये का प्रस्ताव किया गया था। रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत रक्षा सेवाओं और अन्य संगठनों/विभागों (रक्षा क्षेत्र की पेंशन को छोड़कर) के लिए वित्त वर्ष 2021-22 में कुल 3,62,345.62 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया, जो वित्त वर्ष 2020-21 की तुलना में 24,792.62 करोड़ रुपये अधिक है।
सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण और बुनियादी ढांचा विकास से संबंधित पूंजीगत व्यय के तहत आवंटन में उल्लेखनीय वृद्धि की गई थी। वित्त वर्ष 2021-22 के लिए पूंजीगत व्यय आवंटन 1,35,060.72 करोड़ रुपये है, जो वित्त वर्ष 2020-21 की तुलना में 18.75 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2019-20 की तुलना में 30.62 प्रतिशत अधिक है। पिछले 15 वर्षों के दौरान रक्षा परिव्यवय में यह अब तक की सर्वाधिक वृद्धि थी।