मेरठ: खबर मेरठ से है.. जहां एक बार फिर घरों के बाहर मकान बिकाऊ के पोस्टर लगे हुए हैं। दरअसल, ग्रामीणों ने एक वर्ग के लोगों पर अवैध रूप से धार्मिक स्थल बनाने का आरोप लगाया है। लोगों का आरोप है कि गांव का माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है। इसी कड़ी में 20 परिवार ने अपने मकान के बाहर मकान बिकाऊ के पोस्टर लगाए थे। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची।
क्या है पूरा मामला
मामला मेरठ के कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के गांव खडौली का है। जहां कुछ लोगों ने आरोप लगाते हुए जानकारी दी कि मोहल्ले में अवैध रूप से धार्मिक स्थल बनाए जा रहे हैं। वहां रह रहे लोग महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करते हैं, जिस वजह से गाँव का माहौल खराब हो गया है। इसी का नतीजा है कि वहां के 20 मकानों पर “मकान बिकाऊ” के पोस्टर छपे हुए हैं। ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए पुलिस ने फोर्स तैनात कर दी है। कहा जा रहा है कि इसे लेकर पहले भी कुछ परिवार मकान बेचकर इलाके से जा चुके हैं। खबरे हैं कि जिन लोगों ने अपना बेचा है वो “हिंदू” हैं और जिन्होंने खरीदा है वो “मुसलमान” है।
हिंदूवादी नेता सचिन सिरोही ने इलाके के लोगों से बातचीत की और जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने पुलिस से लोगों को इंसाफ दिलाने की बात कही। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ महीनों में ही मस्जिद बनकर तैयार हो चुका है। वहीं इससे पहले यहां मदरसा था। सचिन सिरोही ने मांग की कि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो और अवैध निर्माण को ध्वस्त किया जाए।
फर्जी है मामला
इस मामले को लेकर पियूष सिंह ने बताया कि ये सत्य नहीं हैं। आज से 6 महीने पहले एक निर्माण हुआ था, जिस के गेट को लेकर पड़ोसी ने विरोध किया था दोनों एक ही समाज के थे। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उनका विवाद समाप्त हो गया था। लेकिन अब किसी ने दो मकान के बाहर पोस्टर लगा दिए हैं। जिन दो मकान के बाहर पोस्टर लगाए गए हैं उस मकान के मालिक बाहर रहते हैं। जब इस बारे में उनसे बात हुई थी तो उन्होंने बताया कि वो मकान नहीं बेचना चाहते हैं। वहीं सपी सिटी पीयूष सिंह ने कहा कि अब इस मामले की गहनता से जांच की जा रही है। जिसने भी कानून के विरुद्ध काम किया होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।