लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही राजनैतिक दल एक दूसरे पर कटाक्ष करते नजर आ रहे हैं। चुनावी तारीखें जैसे-जैसे नजदीक आ रही हैं, वैसे-वैसे नेताओं की बयानबाजी तल्ख और कड़वी होती जा रही है। हापुड़ में बीजेपी का प्रचार करने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर जमकर जुबानी हमला बोला और सीधे तौर पर चेतावनी भी दे डाली। उन्होंने कहा कि कैराना और मुजफ्फरपुर नगर में अभी दिखाई देने वाली गर्मी जल्द ही समाप्त हो जाएगी। मैं तो मई और जून में भी शिमला बना देता हूं। वहीं सीएम योगी के बयान पर पलटवार करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि जो यह बात कह रहा है उसकी अपने आप गर्मी शांत हो जाएगी।
दरअसल स्वामी प्रसाद मौर्य ‘न्यूज़1 इंडिया’ के खास शो किंगमेकर में एसोसिएट एडिटर अवनीश विद्यार्थी के सामने अपनी बात रख रहे थे। इस दौरान जब अवनीश विद्यार्थी ने उनसे योगी आदित्यनाथ को लेकर सवाल पूछा तो स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि जो यह बात कह रहे है उनकी गर्मी खुद शांत हो जाएगी।
सीएम योगी के गर्मी वाले बयान पर वार-पलटवार जारी है। वही स्वामी प्रसाद मौर्य के पलटवार के बाद मथुरा की एक जनसभा में आरएलडी चीफ जयंत चौधरी ने कहा, ”ऐसा भर-भर के वोट दो, ईवीएम मशीन को ऐसा भरके दो, नलके-हैंडपंप के बटन को ऐसा दबाओ कि बीजेपी की जो चर्बी चढ़ रही है, सारे नेताओं की चर्बी उतार दो आप।” वही अखिलेश यादव ने भी पलटवार करते हुए कहा है कि “जब गठबंधन की सरकार बनेगी गर्मी नहीं भर्ती खुलेगी।”
इसी जुबानी जंग में यूपी में अपनी जमीन तलाशते AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भी कूद पड़े। असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी से पूछा कि कृषि कानून वापस लेते समय ये गर्मी कहां चली गई थी। असदुद्दीन ओवैसी इतने पर नहीं रूके और पलटवार करते हुए कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी पर ताना मार दिया। ओवैसी ने कहा, “मुख्यमंत्री योगी की विशेषता यह है कि वह जिन्ना पर बात करते हैं और मई-जून में गर्मी पैदा करते हैं। अगर बाबा मई और जून में गर्मी पैदा कर रहे थे तो 2021 जून-जुलाई में ऑक्सीजन क्यों नहीं दे पाए? गंगा मे लाशें बह रही थी। लोगों को दवाएं नहीं मिली।’’