यूपी में आज जिन 16 जिलों में मतदान चल रहा है, उनमें हाथरस, फिरोजाबाद, एटा, इटावा, मैनपुरी, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, औरय्या, कानपुर देहात, कानपुर नगर, जालौन, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर और महोबा शामिल है। इन जिलों की 59 सीटों पर कुल 627 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। प्रमुख मुकाबला भाजपा, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस के बीच है।
59 सीटों पर चुनाव लड़ रहे कुल 627 प्रत्याशियों में इस बार 135 यानी 22% उम्मीदवार दागियों की श्रेणी में आते हैं। इनपर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
सबसे ज्यादा समाजवादी पार्टी के 52% प्रत्याशी दागी हैं। दूसरे नंबर पर भाजपा ने 46% दागियों को टिकट दिया है। बसपा तीसरे नंबर पर है। इनके 39% प्रत्याशी आपराधिक छवि वाले हैं।
245 प्रत्याशी करोड़पति हैं। मतलब इनकी संपत्ति एक करोड़ से अधिक की है। सबसे ज्यादा समाजवादी पार्टी के 90% उम्मीदवार करोड़पति हैं। भाजपा के 87% और बसपा के 78% प्रत्याशी करोड़पति हैं। प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 2.82 करोड़ रुपये है।
सबसे ज्यादा महोबा, ललितपुर की मेहरौनी, एटा विधानसभा सीट से 15-15 प्रत्याशी मैदान में हैं।
फर्रुखाबाद सदर से कांग्रेस की प्रत्याशी लुईस खुर्शीद सबसे अमीर प्रत्याशियों की सूची में पांचवे नंबर पर हैं। लुईस के पास 38 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है।
2.16 करोड़ मतदाता इन प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे।तीसरे चरण के चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव, केंद्रीय मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल समेत कई दिग्गज खुद मैदान में हैं। योगी सरकार के तीन मंत्रियों की साख भी दांव पर लगी है। इसके अलावा इस चरण में मुलायम सिंह यादव के समधी और भाई भी चुनाव लड़ रहे हैं।
जिन 59 सीटों पर चुनाव होने हैं, उनमें से 49 विधानसभा सीटों पर पिछली बार भाजपा ने जीत हासिल की थी। इस बार सपा के सामने अपने गढ़ को दोबारा हासिल करने, वहीं भाजपा के लिए अपना पिछला रिकार्ड दोहराने की चुनौती है।
जालौन के माधौगढ़ सीट से इस बार 13 प्रत्याशी मैदान में हैं। काल्पी सीट से 14 और उरई से 13 प्रत्याशियों ने दावेदारी की है।
कानपुर देहात के सिकंदरा सीट से भाजपा ने योगी सरकार के राज्यमंत्री अजीत सिंह पाल को फिर से उम्मीदवार बनाया है। अजीत योगी सरकार में आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स मामलों के राज्यमंत्री हैं। अजीत के खिलाफ सपा ने प्रभाकर पांडेय को मैदान में उतारा है। वहीं, बसपा ने औरैया निवासी लालजी शुक्ला और कांग्रेस ने नरेश कटियार को टिकट दिया है।
इटावा की जसवंतनगर से फिर शिवपाल सिंह यादव चुनावी मैदान में हैं। वैसे तो शिवपाल ने प्रगतिशील समाज पार्टी बना ली है, लेकिन वह यहां समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। इस चुनाव से शिवपाल पूरी तरह से किनारे हो गए हैं। सपा में उन्हें अब तवज्जो नहीं मिल रही है, जैसा पहले मिला करती थी। इसका जिक्र शिवपाल खुले मंच से कर चुके हैं। हाल ही में उन्होंने कहा था कि वह कम से कम 100 सीटें मांग रहे थे, लेकिन मिली सिर्फ एक।
तीसरे चरण के 627 प्रत्याशियों में पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी और फर्रुखाबाद से कांग्रेस की प्रत्याशी लुईस खुर्शीद सबसे ज्यादा दागी हैं। लुईस पर 17 मामले दर्ज हैं। धोखाधड़ी, फर्जीवाड़े जैसे आरोप लगे हैं। कुल 73 धाराओं में दर्ज मामलों में 40 गंभीर आरोप हैं।
एटा से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी जुगेंद्र सिंह यादव दागी प्रत्याशियों की सूची में दूसरे नंबर पर हैं। जुगेंद्र पर कुल 11 मामले दर्ज हैं। 27 धाराओं में केस चल रहे हैं। इनमें 10 गंभीर आरोप हैं। चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में जुगेंद्र ने सभी आरोपों की जानकारी दी है।
ललितपुर के मेहरौनी सीट से सबसे ज्यादा 15 प्रत्याशी मैदान में हैं। ललितपुर सीट पर 11 प्रत्याशियों ने चुनावी ताल ठोकी है।
महोबा सीट से 15 और चरखारी से नौ प्रत्याशियों ने इस बार नामांकन कराया है। झांसी के बबिना सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे यशपाल सिंह यादव सबसे अमीर प्रत्याशी हैं। यशपाल के पास 70 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है।