वर्दी में ‘रील’ अब बंद! 🚫 योगी का WOW ऑर्डर: ड्यूटी पर वीडियो बनाने वाले पुलिसकर्मियों की अब संवेदनशील पॉइंट्स पर नहीं होगी तैनाती

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ड्यूटी पर रील बनाने वाले पुलिसकर्मियों की तैनाती पर रोक लगा दी है। उन्होंने साफ किया कि वर्दी में अनुशासन और सेवा भावना झलकनी चाहिए, न कि दिखावा। यह कदम त्योहारों से पहले सुरक्षा और मर्यादा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।

UP Police bans making reels.

UP Police bans making reels: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिसकर्मियों के वर्दी में रील या वीडियो बनाने की प्रवृत्ति पर सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिया कि संवेदनशील ड्यूटी पॉइंट्स पर ऐसे पुलिसकर्मियों की तैनाती तुरंत रोकी जाए। मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि वर्दी शक्ति का नहीं, बल्कि अनुशासन, मर्यादा और सेवा का प्रतीक है, जिसमें दिखावा नहीं, बल्कि जनता के प्रति समर्पण और संवेदनशीलता झलकनी चाहिए। सीएम योगी का यह कदम UP Police ड्यूटी के दौरान सोशल मीडिया पर प्रदर्शन की बढ़ती प्रवृत्ति पर लगाम लगाने के लिए एक कड़ा संदेश माना जा रहा है।

उन्होंने साफ कर दिया है कि जनसेवा के कार्य में अनुशासन और मर्यादा सर्वोपरि होनी चाहिए, और ड्यूटी के दौरान मोबाइल से रील बनाना अस्वीकार्य है। इस निर्देश से स्पष्ट है कि प्रदेश में अनुशासन और सेवा भावना से कोई समझौता नहीं होगा।

त्योहारों पर सुरक्षा और स्वच्छता पर विशेष ध्यान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी कार्तिक पूर्णिमा, देव दीपावली, गुरु नानक जयंती, ददरी मेला (बलिया) और गढ़मुक्तेश्वर मेला (हापुड़) जैसे बड़े आयोजनों की तैयारियों की भी गहन समीक्षा की। लाखों श्रद्धालुओं की अपेक्षित भीड़ को देखते हुए उन्होंने प्रदेश के 75 जिलों के प्रशासन और UP Police को पूरी तरह चौकन्ना रहने के निर्देश दिए।

सीएम ने भीड़ प्रबंधन, स्वच्छता और सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद रखने पर जोर दिया और कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने इस दायित्व को केवल प्रशासनिक औपचारिकता नहीं, बल्कि सेवा और संवेदना का कर्तव्य बताया, ताकि जनता को त्योहारों के अवसर पर कोई असुविधा न हो।

घाटों और मेलों के लिए खास इंतजाम

घाटों और मेलों के लिए, मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों और पुलिस कप्तानों को पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था, फ्लोटिंग बैरियर, सीसीटीवी कैमरे, मेडिकल कैंप, मोबाइल टॉयलेट, खोया-पाया केंद्र और चेंजिंग रूम जैसी सुविधाएं पहले से सुनिश्चित करने का आदेश दिया।

नदियों के ऊँचे जलस्तर और तेज प्रवाह के कारण उन्होंने अतिरिक्त सतर्कता बरतने को कहा। किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों की सक्रिय तैनाती का निर्देश दिया गया है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि बिना लाइफ जैकेट के किसी नाविक या पर्यटक को नाव पर सवारी की अनुमति न दी जाए

इसके अतिरिक्त, सीएम ने काशी की देव दीपावली, अयोध्या, प्रयागराज, बलिया, हापुड़ जैसे संवेदनशील जिलों पर विशेष नजर रखने के निर्देश दिए, जहाँ पुलिस, प्रशासन, स्वास्थ्य, नगर निगम और ट्रैफिक विभाग का समन्वय सर्वोच्च स्तर पर बना रहना चाहिए।

किसानों, अवैध खनन और गोवंश संरक्षण पर भी फोकस

बैठक में धान खरीद प्रक्रिया की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने बिचौलियों की भूमिका खत्म करने और किसानों को उपज का उचित मूल्य समय पर दिलाने का निर्देश दिया। अवैध खनन पर सख्त रुख अपनाते हुए उन्होंने कहा कि खनन माफिया बख्शे नहीं जाएंगे और लापरवाही करने वाले अधिकारियों पर सीधे कार्रवाई की जाएगी। गो-आश्रय स्थलों के स्वयं निरीक्षण और गोवंशों को समय पर चारा, पानी और चिकित्सा सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं।

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