कानपुर। आईआईटी कानपुर की एक छात्रा ने कलेक्टरगंज एसीपी मोहसिन खान पर सनसनीखेज आरोप लगाए है। छात्रा का आरोप है कि एसीपी आईआईटी से साइबर क्राइम और क्रिमिनोलॉजी की पढ़ाई कर रहे हैं। तभी एसीपी से उसकी मुलाकात हुई। एसीपी के साथ फोन पर बातचीत होने लगी और उन्होंने प्यार के जाल में फंसाकर दुष्कर्म किया। मामले पर पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा और एसीपी अर्चना सिंह को जांच के आदेश दिए। दोनों महिला अधिकारी सिविल ड्रेस में आईआईटी पहुंचीं और छात्रा से पूछताछ की। जांच में एसीपी दोषी पाए गए। ऐसे में पुलिस कमिश्नर ने एसीपी के खिलाफ रेप समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश दिए हैं। साथ ही एसीपी को पद से हटा दिया है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, कलेक्टगंज में पदस्थ एसीपी मोहसिन खान आईआईटी कानपुर में साइबर क्राइम और क्रिमिनोलॉजी की पढ़ाई कर रहे थे। तभी उनकी मुलाकात संस्थान की एक छात्रा से हुई। एसीपी ने छात्रा से दोस्ती की। फिर दोस्ती प्यार में बदल गई। छात्रा का आरोप है कि एसीपी ने बताया था कि उनकी शादी नहीं हुई। उन्होंने शादी करने का वादा किया था। तभी एसीपी ने उसके साथ दुष्कर्म किया। छात्रा को जब एसीपी के शादीशुदा होने की खबर लगी तो उसने पुलिस कमिश्नर से मिलकर शिकायत की। पुलिस कमिश्नर ने जांच के आदेश दिए। जांच में एसीपी दोषी पाए गए। ऐसे में उन्हें तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया गया है। एसीपी को लखनऊ हेडक्वार्टर में अटैच कर दिया गया है।
दोनों के बीच था अफेयर
एसीपी ने इसी साल जुलाई में आईआईटी में एडमिशन लिया है। छात्रा फाइनल ईयर में है। उसकी उम्र 27 साल है। पुलिस ने बताया कि दोनों के बीच अफेयर था। छात्रा को एक दिन पता चला एसीपी शादीशुदा हैं। तब दोनों के बीच झगड़ा हुआ। एसीपी ने छात्रा को इस बात पर राजी किया कि वह अपनी पत्नी को तलाक दे देंगे। परेशान मत हो। लेकिन, छात्रा नहीं मानी। उसने पुलिस कमिश्नर से शिकायत की। छात्रा की शिकायत पर कल्याणपुर थाने में एसीपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। डीसीपी अंकिता शर्मा ने बताया कि मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। उसे एडीसीपी ट्रैफिक अर्चना लीड कर रही हैं। टीम में एसीपी अभिषेक पांडे समेत 5 मेंबर होंगे।
2013 बैच के पीपीएस अफसर
मोहसिन खान 2013 बैच के पीपीएस अफसर हैं। लखनऊ में घर है। एक जुलाई, 2015 को उन्होंने सर्विस जॉइन की थी। कानपुर में 12 दिसंबर, 2023 से तैनात हैं। कानपुर में तैनाती के दौरान इसी साल एसीपी को 15 अगस्त पर डीजीपी ने सिल्वर मेडल दिया था। वह आगरा और अलीगढ़ में तीन-तीन साल तैनात रहे हैं। फिलहाल एसीपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। एसआईटी की टीम जांच कर रही है। एसीपी को कानपुर से बतौर एसीपी पद से हटा दिया गया है। उन्हें लखनऊ भेज दिया गया है।