लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। एक कारोबारी की शिकायत पर CBI ने मेरठ के चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी रोड स्थित मंगल पांडे नगर में CGST कार्यालय में छापा मारा, जिससे पूरे परिसर में हड़कंप मच गया। सीबीआई के अधिकारियों ने कार्यालय के अंदर दाखिल हुए और दरवाजा बंद कर दिया। आरोप है कि सीजीएसटी के अधीक्षक अफताब सिंह और निरीक्षक विकास सिंह ने कारोबारी से दो लाख की रिश्वत मांगी। नहीं देने पर उसे प्रताड़ित करने के साथ फर्जी केस में फंसाने की धमकी दी।
मेरठ के एक कारोबारी ने सीबीआई में जाकर शिकायत दर्ज करवाई कि, सीजीएसटी कार्यालय में तैनात अधीक्षक अफताब सिंह और निरीक्षक विकास सिंह दो लाख की रिश्वत मांग रहे हैं। जिसके बाद सीबीआई की टीम सीजीएसटी कार्यालय पहुंची और दोनों अफसरों के बारे में जानकारी की। तभी मौका पाकर दोनों आरोपी अधिकारी फरार हो गए। कार्यालय में मौजूद अन्य कर्मचारियों के अनुसार, दोनों अधिकारियों ने रिश्वत के पैसे अपने ड्राइवर को सौंप दिए थे। सीबीआई ने ड्राइवर को हिरासत में ले लिया है।
सहायक आयुक्त से की पांच घंटे तक पूछताछ
सीबीआई की टीम को ऑफिस के अंदर अफरा तफरी का माहौल मिला। वहां पर काफी स्टाफ कम मिला। सीबीआई टीम ने सहायक आयुक्त रजनीश कुमार से करीब पांच घंटे पूछताछ की। यानी टीम पौने आठ बजे के करीब ऑफिस से निकल गई। इसी दौरान टीम ने सभी कागजात की जानकारी ली। बताया जाता है कि अधीक्षक और निरीक्षक पर रकम की डिमांड का आरोप लगाकर सीबीआई में शिकायत की थी। सूचना लीक होने के बाद सभी कर्मचारी निकल गए। इसलिए टीम जांच पड़ताल कर गाजियाबाद के लिए निकल गए।
सीबीआई की बड़ी कार्रवाई
स मामले में जब सीबीआई अधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया गया, तो उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। यह छापेमारी भ्रष्टाचार के खिलाफ सीबीआई की बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। सीबीआई ने दोनों रिश्वतखोर अफसरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है और भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ वारंट जारी किए गए हैं। फिलहाल दोनों भ्रष्ट अफसर की तलाश जारी है। ये कार्रवाई सीबीआई की गाजियाबाद युनिट की तरफ से की गई थी। बताया जा रहा है कि कारोबारी ने गाजियाबाद सीबीआई ऑफिस में जाकर अपनी शिकायत दर्ज करवाई थी।
पुलिस को ऑफिस के बाहर ही रोक दिया गया
छापेमारी की सूचना पर चौकी प्रभारी भी मौके पर पहुंचे थे। टीम ने उन्हें कोई जानकारी नहीं दी। पुलिस को ऑफिस के बाहर ही रोक दिया गया था। इंस्पेक्टर शीलेश यादव ने बताया कि टीम करीब पौने आठ बजे जीएसटी ऑफिस से निकल गई थी। फिलहाल दोनों आरोपी फरार हैं। जिनकी गिरफ्तारी को लेकर सीबीआई दबिश दे रही हें सूत्र बताते हैं कि दोनों अफसरों के खिलाफ पहले भी रिश्वत मांगे जाने की शिकायतें हुई थीं। सूत्र बताते हैं कि सीबीआई के शिकंजे में कई और भ्रष्ट अफसर फंस सकते हैं।