Winter Weather: उत्तर भारत के राज्यों में कड़ाके की ठंड ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। दिल्ली और उत्तर प्रदेश में शीतलहर का असर तेजी से बढ़ा है, जहां तापमान सामान्य से कई डिग्री नीचे पहुंच गया। मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार का दिन पिछले तीन वर्षों का सबसे ठंडा दिसंबर (Winter) दिवस रहा, जब न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, यूपी के 47 जिलों में शीतलहर और 21 जिलों में पाला पड़ने की संभावना जताई गई है। ठंडी हवाओं और कोहरे के चलते दिल्ली और यूपी समेत पूरे उत्तर भारत में जनजीवन प्रभावित हो रहा है। लोग ठंड से बचने के लिए अलाव और गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे हैं।
दिल्ली में टूटा ठंड का रिकॉर्ड
दिल्ली में गुरुवार को न्यूनतम तापमान गिरकर 4.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जो कि सामान्य से काफी कम है। ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाओं ने राजधानी में सर्दी को और तीव्र कर दिया। मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी शीतलहर जारी रहने की संभावना जताई है। दिन में हल्की धूप निकलेगी, लेकिन सुबह और रात में कड़ाके की ठंड बनी रहेगी। हवा की धीमी गति और सतही धुंध के कारण तापमान में और गिरावट हो सकती है।
यूपी में शीतलहर का प्रकोप
उत्तर प्रदेश के 47 जिलों में शीतलहर (Winter) का असर देखा जा रहा है। इनमें लखनऊ, गोरखपुर, बहराइच, अयोध्या जैसे जिले प्रमुख हैं। गुरुवार को अयोध्या राज्य का सबसे ठंडा जिला रहा, जहां न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। लखनऊ में भी न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जिससे रातों में ठंडक बढ़ गई। राज्य के 21 जिलों में पाला पड़ने की भी संभावना है, जिससे फसलें प्रभावित हो सकती हैं।
आने वाले दिनों का मौसम
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले तीन (Winter) दिनों तक उत्तर प्रदेश और दिल्ली में ठंड और कोहरा बढ़ेगा। शीतलहर का प्रकोप 15 दिसंबर तक जारी रहने की संभावना है। वहीं, देश के अन्य हिस्सों में भी ठंड का असर देखने को मिलेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि महीने के अंत तक ठंड और बढ़ सकती है, खासकर उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में। लोगों को ठंड से बचने के लिए सावधान रहने की सलाह दी गई है।