नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव में इस बार मतदान केंद्रों पर महिला और दिव्यांग कर्मचारियों की भूमिका वृहत मात्रा में देखि जाएगी। लोकसभा चुनाव के लिया Uttarakhand के अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने चुनाव के लिए तैयार किए जा रहे बूथों के बारे में जानकारी देते हुए इसकी जानकारी दी।
Uttarakhand के बूथों पर महिला और दिव्यांग कर्मचारी
उन्होंने कहा कि Uttarakhand में 85 बूथ तैयार किए जा रहे हैं, जिनका संचालन महिला कर्मियों द्वारा किया जाएगा। बागेश्वर में 12 और टिहरी जिले में नौ बूथों का संचालन महिला कर्मी करेंगी। जबकि राज्य में 70 PWD बूथों को मॉडल बूथ के रूप में तैयार किया जा रहा है, जिनका संचालन दिव्यांग कर्मियों द्वारा किया जाएगा। प्रदेश में ऐसे 44 मॉडल बूथ तैयार किये जा रहे हैं, जिनका संचालन युवा कार्मिकों द्वारा किया जायेगा। जबकि पौड़ी जिले में ऐसे 12 बूथ संचालित किये जाएंगे।
चुनाव के वाहनों के लिए जीपीएस ट्रैकिंग की व्यवस्था
अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी जोगदंडे ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान सभी वाहनों के लिए जीपीएस ट्रैकिंग की व्यवस्था करना अनिवार्य है। इस बार राज्य में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य में 10,091 वाहनों का उपयोग किया जा रहा है जिन सभी वाहनों पर जीपीएस लगाने की प्रक्रिया जारी है। मिली जानकारी के अनुसार अब तक 2500 वाहनों में जीपीएस डिवाइस लगाए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि यह प्रक्रिया मतदान दिवस से तीन दिन पहले पूरी कर ली जाएगी।
Uttarakhand में डाकमत पत्रों द्वारा वोटिंग जारी
वहीं पहले चरण के लिए आयोग ने राज्य ने घर-घर जाकर वोटिंग भी शुरू कर दी है। घर-घर डाक मतपत्रों के माध्यम से प्रथम चरण के मतदान की प्रक्रिया करवाई जा रही है। जिसमें अभी तक 85 वर्ष से अधिक उम्र के 9993 मतदाताओं में से 6861 वोट डाल चुके हैं। दिव्यांग श्रेणी के 2899 मतदाताओं में से अब तक 2218 दिव्यांग मतदाता वोट डाल चुके हैं। ज्ञात हो की उत्तराखंड में लोकसभा के 5 सीटों पर 19 अप्रैल को वोटिंग होनी हैं।