कानपुर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकवादियों ने 28 मासूम सैलानियों की गोली मारकर हत्या कर दी। इस जघन्य हत्याकांड में कानपुर का लाल शुभम द्विवेदी भी आतंकियों की गोली का शिकार बना। बुधवार की देरशाम शुभम द्विवेदी का पार्थिक शरीर उनके पैतृक आवास हाथीपुर पहुंचा। बृहस्पतिवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनके शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शुभम को श्रद्धांजलि देने और परिवार ढांढस बंधाने के लिए उनके घर पहुंचे। उन्होंने परिवार से मिलकर पूरी घटना की जानकारी ली और सांत्वना दिया कि सरकार बदला लेगी।
पत्नी के साथ कश्मीर गए हुए थे शुभम द्विवेदी
शुभम द्विवेदी की शादी कुछ दिन पहले हुई थी। वह पत्नी के साथ हनीमून बनाने के लिए जम्मू-कश्मीर गए हुए थे। शुभम द्विवेदी पत्नी के साथ पहलगाम पहुंचे। मंगलवार को शुभम द्विवेदी अपनी पत्नी के साथ मैगी खा रहे थे, तभी हथियारों से लैस आतंकी आ धमके। उन्होंने शुभम द्विवेदी के सिर पर बंदूक तान दी और पूछा कि तुम हिन्दू हो कि मुसलमान। शुभम द्विवेदी की पत्नी ने जैसे ही कहा कि हम हिन्दू हैं, वैसे ही एक आतंकवादी ने उनके सिर पर गोली मार दी। शुभम द्विवेदी पहले शख्स थे, जो आतंकियों का शिकार बने। इसके बाद आतंकियों ने चुन-चुन कर लोगों का टारगेट किलिंग की। 28 लोगों की हत्या के बाद आतंकी मौके से फरार हो गए।
शुभम द्विवेदी की पत्नी से सीएम को बताया मंजर
शुभम द्विवेदी का शव देरशाम कानपुर पहुंचा तो चीख-पुकार से पूरा गांव चीत्कार उठा। सबसे बुरा हाल शुभम की पत्नी ऐशान्या का है, जिसकी आंखों के सामने आतंकियों ने शुभम के सिर में गोली मारी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुभम की पत्नी से भी मुलाक़ात की और उन्हें ढांढस बंधाया। मुख्यमंत्री ने शुभम के पिता के कंधे पर हाथ रखा और सांत्वना देते नजर आए। जिस वक्त मुख्यमंत्री परिवार से मिलने पहुंचे वहां का मंजर देख हर किसी के आंखों में आंसू आ गया। शुभम की पत्नी ने रो-रोकर पूरा मंजर सुनाया। शुभम द्विवेदी के पत्नी ने मुख्यमंत्री को बताया कि पति की हत्या के बाद आतंकवादी पीएम मोदी को लेकर भी अपशब्द बोल रहे थे। शुभम द्विवेदी की पत्नी ने बताया कि मैंने भी आतंकियों से कहा कि तुम मुझे भी मार दो। आतंकियों ने कहा कि हम तुम्हें नहीं मारेंगे। जाकर पीएम मोदी को बताना।
अभी और हिन्दुओं को मारना है
शुभम द्विवेदी की पत्नी ने बताया कि वे लोग एक स्टाल पर मैगी खा रहे थे। वह थोड़ी आगे थीं और शुभम पीछे। तभी कुछ लोग आए और सभी से पूछने लगे हिंदू हो या मुसलमान। मुसलमान हो तो कलमा पढ़ो। मैंने पीछे मुड़कर देखा और हंसते हुए क्या ये सब क्या है, हम हिंदू हैं। इतना सुनते ही उसने शुभम को गोली मार दी। आतंकियों ने सबसे पहले शुभम की ही गोली मारकर हत्या की। शुभम द्विवेदी की पत्नी ने बताया कि आतंकवादी इस्लाम की बात कर रहे थे। वह कह रहे थे कि हमें मुसलमानों को नहीं मारना। पहले आतंकवादी ने 15 से 20 लोगों की हत्या कर दी। फिर वह जानें लगे। तभी दो आतंकवादी रूके। दोनों ने कहा कि अभी और लोगों को मारना है। दोनों ने फिर से फायरिंग शुरू कर दी। करीब दो दर्जन से अधिक लोगों को गोली लग गई। इसके बाद आतंकी मौके से भाग गए।
शुभम द्विवेदी के गांव में गुस्से का माहौल
सीमेंट कारोबारी शुभम अपने परिवार के 11 सदस्यों के साथ 17 अप्रैल को कश्मीर घूमने गए थे। 23 अप्रैल को वे वापस लौटने वाले थे, लेकिन 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले में उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। शुभम का शव बुधवार रात साढ़े 11 बजे लखनऊ एयरपोर्ट लाया गया, जहां से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर उनके शव को हाथीपुर स्थित पैतृक गांव पहुंचाया गया। शुभम का अंतिम संस्कार गंगा किनारे किया जाएगा। शुभम द्विवेदी के गांव में गुस्से का माहौल है। लोग पाकिस्तान को सबक सिखाने की मांग सरकार से कर रहे हैं। लोगों ने सीएम योगी से कहा कि पाकिस्तान का पूरा हिसाब अब होना चाहिए। जब तक पाकिस्तानी सेना के अफसर नहीं मारे जाएंगे, तब तक ऐसे ही नरसंहार होते रहेंगे।